कर्नाटक में टीपू सुल्मतान को लेकर  सियासत  फिर गरमाती दिख रही है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने टीपू जयंती को लेकर कहा कि  हम सबुकछ हटाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के पाठ्यक्रम में जो कुछ भी टीपू सुल्तान से संबंधित है वो सबकुछ हटाए जाने पर विचार किया जा रहा है।

यह पहली बार नहीं है जब बीजेपी की तरफ से टीपू सुल्तान की जयंती को लेकर विरोध देखने को मिल रहा है। इससे पहले  भारतीय जनता पार्टी विधायक मदकेरी अपाचू रंजन ने स्कूल पाठ्यक्रम से टीपू सुल्तान संबंधित सामाग्री को हटाने की मांग की थी। उन्होंनो बेसिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार को एक पत्र लिखकर इसकी मांग की थी। मंत्री सुरेश कुमार ने इसी मुद्दे पर टेक्स्ट बुक सोसायटी और इतिहासकारों की एक मीटिंग बुलाई थी और इस मुद्दे पर तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा था।

 

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गौरतलब है कि येदियुरप्पा सरकार ने जुलाई में कन्नड़ और संस्कृति विभाग को टीपू जयंती नहीं मनाने का आदेश दिया था। 29 जुलाई को कैबिनेट की बैठक में जारी किया गया था जिसके बाद सियासी बयानबाजी काफी तेज हो गई थी। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बीजेपी को सांप्रदायिक पार्टी का तमगा दिया था।

बता दें कि सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने 2015 में टीपू जयंती के अवसर पर 10 नवंबर को वार्षिक समारोह के आयोजन की शुरुआत की थी। इसके बाद कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन सरकार ने भी इसे जारी रखा था। हालांकि बीजेपी टीपू जंयती मनाने के खिलाफ रही है और इसका विरोध करती आई है।