मांग:राज्य सरकारें बोले तो हम चलाएंगे ट्रेन: जीएम
- डबलिंग व विद्युतीकरण पर एनएफ रेलवे का जोर
एनएफ रेलवे के जीएम संजीव रॉय ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि कोविड-19 के कारण बंद ट्रेनो का परिचालन धीरे-धीरे सामान्य होने की उम्मीद है। मार्च से अब तक रेगुलर ट्रेनों के परिचालन रोक दिए जाने के कारण काफी बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है। इस नुकसान के आंकड़े साझा किए बगैर ही उन्होंने कहा कि मार्च से ही कोविड के कारण बंद पड़ी ट्रेनों से हुए नुकसान की भरपाई की कोशिश मालगाड़ी, पार्सल ट्रेनें चलाकर की जा रही है, लेकिन नुकसान इतना बड़ा है कि इसकी शत-प्रतिशत भरपाई कर पाना बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य है। रेगुलर ट्रेनो को दोबारा चलाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम तो ट्रेन चलाने के लिए तैयार बैठे है लेकिन राज्यों की सहमति के बगैर ट्रेनो का परिचालन संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्यों द्वारा ट्रेन चलाने के प्रस्तावों पर तुरंत कार्यवाही की जाएगी। राज्य अगर लोकल ट्रेनें चलाने की आग्रह करे तो हम जरूर सकारात्मक रूप से कार्रवाई करेंगे। कोविड के दौरान एनएफ रेलवे ने 724 श्रमिक ट्रेनो से 7 लाख लोगों को उनके घर पहुंचाया। 720 पार्सल ट्रेनें चली तथा 3416 मालगाड़ियां चली। पिछले वर्ष की तुलना में 17 % मालगाड़ियां ज्यादा चली। इन ट्रेनों की स्पीड सामान्य औसत से दुगुनी होकर अधिकतम 49 किमी प्रतिघंटे की रही। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीसीएम अनित दुलत, सीओएम, सीपीआरओ सुभानन चंदा, पीआरओ नृपेन भट्टाचार्य सहित अन्य वरीय अधिकारियों की भी उपस्थिति रही। जीएम रॉय ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड और नई लाइंस के निर्माण के बाद एनएफ रेलवे के क्षेत्र में ट्रेनो की संख्या निश्चित रूप से बढ़ेगी।
इन्फ्रास्ट्रक्चर, डबलिंग है प्राथमिकता : जीएम
जीएम रॉय ने कहा कि एनएफ रेलवे का अधिकांश हिस्सा सिंगल लाइन है। हमने अगले दो-तीन वर्षों में इनमें से अधिकांश को डबल लाइन में परिवर्तित करने का लक्ष्य रखा है। मार्च 2023 तक लगभग 450 किमी सिंगल लाइन को डबल कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि न्यू बोंगाईगांव-ग्वालपाड़ा टाउन-कामाख्या के 176 किमी रूट तथा न्यू बोंगाईगांव- रंगिया-अघोत्री के 142 किमी रूट के डबलिंग का काम शुरू हो चुका है और मार्च 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले महीने तक न्यू कुच बिहार तक का विद्युतीकरण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा ।