प्रयागराज। प्रयाग जंक्शन से फाफामऊ के बीच अब ट्रेनें नहीं फंसेगी। क्योंकि यह रूट दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण के बाद अब ट्रेनों के संचालन के लिए तैयार हो गया है। इस रूट पर नौ सितंबर को स्पीड ट्रायल होगा। इसके लिए उत्तर पूर्व परिमंडल के रेल संरक्षा आयुक्त ( सीआरएस) प्रयागराज पहुंच रहे हैं। सीआरएस की ओके के बाद इस रूट पर बनाई गई नई रेल पटरी पर रेल संचालन शुरू हो जाएगा।
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9 सितंबर को इस रूट पर स्पीड ट्रायल लेने के लिए सीआरएस प्रयागराज पहुंच रहे हैं। उनकी ओके के बाद इस रूट की दोनों रेल पटरियों पर रेल संचालन शुरू हो जाएगा। बता दें कि प्रयागराज से लखनऊ तक दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण का कार्य होना है। फाफामऊ से ऊंचाहार तक रेल विद्युतीकरण एवं प्रयागराज जंक्शन से प्रयाग तक विद्युतीकरण और दोहरीकरण का कार्य पिछले वर्ष ही हो गया था। इसके बाद फाफामऊ से प्रयाग के बीच यह कार्य शुरू किया गया। यह कार्य भी अब पूरा हो गया है। अभी तक इस रूट पर सिंगल लाइन होने की वजह से ट्रेनें प्रयाग और फाफामऊ में रोकनी पड़ती थी, लेकिन अब दोहरीकरण हो जाने के बाद ऐसा नहीं होगा।
प्रयाग से फाफामऊ तक 8.5 किमी तक दोहरीकरण और विद्युतीकरण का कार्य अब पूरा हो चुका है। नौ सितंबर को इस रूट पर अधिकतम सौ किलोमीटर का स्पीड ट्रायल लिया जाएगा। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के वरिष्ठ अफसर भी इसके लिए सीआरएस के साथ प्रयाग जंक्शन आएंगे।
इसी वर्ष लखनऊ तक हो जाएगा विद्युतीकरण का कार्य
प्रयागराज से लखनऊ के बीच रेल विद्युतीकरण का कार्य इसी वर्ष पूर्ण हो जाएगा। यहां रेल विकास निगम लिमिटेड द्वारा विद्युतीकरण का कार्य किया जा रहा है। अब 20 से 25 किलोमीटर का ही कार्य शेष रह गया है। कार्य पूरा हो जाने के बाद इस रूट पर जहां ट्रेनों की स्पीड बढ़ जाएगी तो वहीं लखनऊ का सफर छोटा भी हो जाएगा। रेलवे द्वारा पूर्व में एलान किया जा चुका है कि इस रूट के विद्युतीकरण के बाद लखनऊ के लिए शताब्दी एक्सप्रेस शुरू भी शुरू की जाएगी।