इलाहाबाद से लखनऊ जाने वाले रेल यात्रियों के लिए राहत भरी खबर। रेलवे ने इस रेलमार्ग के दोहरीकरण की मंजूरी इस बार के रेल बजट में दे दी है। दोहरीकरण के अलावा इस रूट के विद्युतीकरण का काम भी रेलवे ने स्वीकृत कर दिया है। इसके लिए रेलवे ने बजट भी जारी कर दिया है। शीघ्र ही यह कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इस महत्वपूर्ण रेल खंड के दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण के बाद इस रूट पर जहां ट्रेनों की स्पीड बढ़ेगी तो वहीं दूसरी ओर लखनऊ भी महज तीन घंटे में पहुंच सकेंगे।
एक अप्रैल को आम बजट के साथ जारी किए गए रेल बजट के बाद रेलवे बोर्ड ने पिंक बुक के माध्यम से सभी जोनल रेलवे दी जाने वाली धनराशि और प्रमुख कार्यों का ब्यौरा जारी किया है। इसमें इलाहाबाद-लखनऊ रेलमार्ग का दोहरीकरण का कार्य मुख्य रूप से शामिल है। इसके तहत फाफामऊ से कुंडा हरनामगंज के रास्ते 200 किमी ट्रैक के दोहरीकरण होगा। इसकी कुल लागत 16 अरब रुपये आएगी। साथ ही लखनऊ के दूसरे रास्ते इलाहाबाद से वाया प्रतापगढ़-अमेठी-रायबरेली के बीच भी अब रेल दोहरीकरण का काम तेजी से चलेगा।
इसके साथ ही इस रेलमार्ग के विद्युतीकरण की भी रेलवे बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। अभी यह कार्य 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वर्तमान समय इस रूट के फाफामऊ-ऊंचाहार रेलखंड के विद्युतीकरण का काम पिछले वर्ष ही रेलवे द्वारा पूरा कर लिया गया। अब शीघ्र ही इस रेलखंड के दोहरीकरण का काम उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल द्वारा किया जाएगा। इसके अलावा पिंक बुक में पूर्वोत्तर रेलवे के इलाहाबाद-मंडुवाडीह रेल खंड के दोहरीकरण के लिए इस बार 75 करोड़ रुपये बजट आवंटित किया है। इस रेलखंड के विद्युतीकरण का कार्य पिछले ही बजट में स्वीकृत किया गया था।