फुटओवर ब्रिज का निर्माण तेज, इसी साल पूरा होगा काम, इस जिले में शुरू तैयारियां

इसमें मंडल रेल प्रबंधक माथुर द्वारा गत माह अगस्त की उपलब्धियां, नई परियोजनाओं एवं प्रगतिशील कार्यों की जानकारी पॉवर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से दी गई। प्रेस वार्ता में बड़ी संख्या में पत्रकारों द्वारा भागीदारी की गई तथा विभिन्न मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा हुई।

Update: 2020-09-10 04:12 GMT
इसमें मंडल रेल प्रबंधक माथुर द्वारा गत माह अगस्त की उपलब्धियां, नई परियोजनाओं एवं प्रगतिशील कार्यों की जानकारी पॉवर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से दी गई।

झाँसी मंडल रेल प्रबंधक, झांसी मंडल, उत्तर मध्य रेलवे संदीप माथुर द्वारा वेबेक्स के माध्यम से बुधवार, 9 सितंबर को ऑनलाइन प्रेसवार्ता आयोजित की गई। इसमें मंडल रेल प्रबंधक माथुर द्वारा गत माह अगस्त की उपलब्धियां, नई परियोजनाओं एवं प्रगतिशील कार्यों की जानकारी पॉवर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से दी गई। प्रेस वार्ता में बड़ी संख्या में पत्रकारों द्वारा भागीदारी की गई तथा विभिन्न मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा हुई।

 

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दो अपर मंडल रेल प्रबंधक

मंडल रेल प्रबंधक मंडल ने बताया कि अब मंडल में दो अपर मंडल रेल प्रबंधक हैं, जिनसे इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा ऑपरेशन सम्बंधित कार्यों की और बेहतर रूप से मोनिटरिंग हो सकेगी। उन्होंने झाँसी–कानपुर खंड पर दोहरीकरण, बीना-धौलपुर खंड पर तीसरी लाइन तथा महोबा-खजुराहो खंड के विद्युतीकरण के बारे में बताया। मंडल रेल प्रबंधक ने बताया झाँसी से कानपूर खंड का दोहरीकरण कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य दिसम्बर रखा गया है। मार्च 2021 तक झाँसी-कानपूर खंड पर नंद्खास-परौना खंड, भुआ-उरई-ससौकी तथा, चौराहा- पुखराया–मलासा का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा।

 

मऊरानीपुर स्टेशन पर मैकेनिकल इंटरलॉकिंग प्रणाली

उन्होंने कहा कि मंडल द्वारा रानीपुर रोड तथा रोरा पर नवीनतम तकनीकी युक्त इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का अधिकतर कार्य लॉकडाउन अवधि में ही पूर्ण कर लिया गया था, जिसको अंतिम रूप माह जुलाई-अगस्त में दिया गया। उन्होंने बताया की झाँसी-प्रयागराज खंड में केवल मऊरानीपुर ही एक मात्र स्टेशन रह गया है, जिसमें वर्तमान में मैकेनिकल इंटरलॉकिंग प्रणाली पर कार्य किया जा रहा है, इसी वर्ष माह अक्टूबर में मऊरानीपुर स्टेशन को भी इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग युक्त कर दिया जायेगा तदुपरांत पूरे झाँसी-प्रयागराज खंड पर बिना किसी रुकावट के सभी गाड़ियाँ 110 किमी की गति से संचालित की जा सकेंगी।

 

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झाँसी-बीना खंड पर तीसरी लाइन की पहली इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग के संस्थापन का कार्य बिजौली स्टेशन पर पूर्ण कर लिया गया है। तत्पश्चात खजराहा एवं माह अक्टूबर तक बबीना स्टेशन पर तीसरी लाइन की इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य पूर्ण लिया जायेगा। नवम्बर–दिसम्बर में CRS की अनुमोदन के उपरान्त झाँसी-बबीना 25 किमी खंड पर तीसरी लाइन प्रारंभ होने की संभावना है, जिससे रेल संचालन और सुगम हो सकेगा।

मालगाड़ियों की रफ्तार दोगुना

 

बबीना से ललितपुर के मध्य दो बड़े पुलों पर कार्य चल रहा है। इनके पूर्ण होते ही झाँसी-ललितपुर खंड पर तीसरी लाइन सम्बंधित मूल कार्य लगभग पूर्ण हो जायेंगे। माल गाड़ियों की रफ़्तार को औसत गति को दोगुना कर दिया गया है। इसके साथ-साथ मिशन रफ़्तार के अंतर्गत मंडल के बीना-झाँसी-धौलपुर खंड पर अब 130 किमी की अधिकतम गति से ट्रेन का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने अतिरिक्त सूचना देते हुए बताया कि दिनांक 12 सितम्बर से पूर्व में संचालित ट्रेनों के अतिरिक्त 40 जोड़ी ट्रेनों का संचालन किया जायेगा। जिनमें से 05 जोड़ी अतिरिक्त विशेष गाड़ियां झांसी मंडल से गुजरेगी/ प्रारंभ होंगी। सभी रेलगाड़ियां पूर्णत: आरक्षित ट्रेन होंगी।

 

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माल लदान को वर्ष 2024 तक दोगुना करने का लक्ष्य

मंडल रेल प्रबंधक ने कहा कि भारतीय रेल माल लदान को साल 2024 तक दोगुना करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य पर काम कर रही है। इसे प्राप्त करने के लिए भारतीय रेल गैर थोक वस्तुओं के परिवहन में बड़े पैमाने पर प्रवेश करने के साथ-साथ कोयला, पीओएल, स्टील, सीमेंट, लौह अयस्क, खाद्यान्न, उर्वरक जैसी पारंपरिक वस्तुओं की ढुलाई में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिये प्रयास कर रही है। नान बल्क या ग़ैर थोक सामग्रियां मुख्यतः सड़क मार्ग से परिवहित होती है, और इस वृहद क्षेत्र में रेलवे के लिए बड़ा अवसर है जिसे एक उपयुक्त व्यवसायिक मॉडल को अपनाकर अपने पक्ष में किया जा सकता है। रेल के माध्यम से इन वस्तुओं का परिवहन न केवल सस्ता होगा, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी होगा।

 

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मंडल को 1.8 करोड़ का राजस्व मिला

अगस्त में ही मंडल के रायरू माल गोदाम से बंगलादेश के लिए O2 रैक लोड किये गए हैं, जिससे मंडल को 1.8 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है । मंडल के द्वारा किये जा रहे विशेष प्रयासों से कोविड के दौरान हुई लदान में कमी को पूर्ण किया जा रहा है तथा पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर प्रदर्शन हेतु मंडल आगे बढ़ रहा है।

गोदामों के विकास हेतु प्रथम चरण में रायरू, दतिया तथा भीमसेन माल गोदाम को चिन्हित किया गया है, इन माल गोदाम में उजाले का स्तर बढाने, पीने के पानी की उचित व्यवस्था तथा साज सज्जा किया गया मर्चेंट रूम की व्यवस्था की जा रही है। इस प्रेस वार्ता में अपर मंडल रेल प्रबंधक अमित सेंगर तथा वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक नवीन दीक्षित उपस्थित रहे।

रिपोर्टर- बी के कुशवाहा

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