व्हील चेयर पर कत्थक, भरतनाट्यम और सूफी डांस

'अद्भुत, अनोखा, आश्चर्यचकित!' राज्योत्सव के दूसरे दिन मंच पर जो प्रस्तुतियां हुईं, उन्हें देख लोगों के मुख से कुछ ऐसे ही शब्द निकले।

By Edited By: Published: Sun, 02 Nov 2014 11:49:24 PM (IST) Updated: Mon, 03 Nov 2014 12:20:31 PM (IST)
व्हील चेयर पर कत्थक, भरतनाट्यम और सूफी डांस

रायपुर(निप्र)। 'अद्भुत, अनोखा, आश्चर्यचकित!' राज्योत्सव के दूसरे दिन परब छत्तीसगढ़ के मंच पर जो प्रस्तुतियां हुईं, उन्हें देख लोगों के मुख से कुछ ऐसे ही शब्द निकले। इतनी शानदार प्रस्तुति कि तालियों की गड़गड़ाहट थमने का नाम नहीं ले रही थी। प्रस्तुतियों को देख सिर्फ मनोरंजन ही नहीं, बल्कि कला की अलग दुनिया में ही दर्शक पहुंच जाता है।

कभी व्हील चेयर पर सूफी डांस, तो कभी व्हील चेयर पर बैठे ही शास्त्रीय नृत्यों की प्रस्तुति। इतना ही नहीं, बल्कि जो सुन-बोल नहीं सकतीं, सिर्फ व्हीलचेयर के चक्कों को देखकर कत्थक और भरतनाट्यम जैसे शास्त्रीय नृत्य करती दिखाईं दी।

एबिलिटी अनलिमिटेड फाउंडेशन दिल्ली के 21 कलाकारों को देख कोई नहीं कह सकता कि ये कुछ ऐसा कर देंगे, जिसे देखने के बाद शारीरिक अक्षमता के संबंध में लोगों की सोच ही बदल जाएगी। जी हां, इन कलाकारों ने शारीरिक अक्षमता को अपने रास्ते का रोड़ा नहीं बनने दिया। मंच पर वह कर दिखाया जो स्वस्थ व्यक्ति भी करने से पहले सोचता है।

मंच पर बैले नृत्य के संयोजन से लेकर योग, मार्शल आर्ट, भगवतगीता, सूफी डांस जैसी विधाओं की प्रस्तुति ने सबको चकित कर दिया। इन कलाकारों ने व्हील चेयर पर बैठकर 150 से 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अपनी जगह पर चक्कर लगाया। पंडित रविशंकर के संगीत पर इन कलाकारों ने सैय्यद सलाउद्दीन पाशा के निर्देशन में प्रस्तुतियां दीं।

जागो हिन्दुस्तानी और पारंपरिक लोकनृत्य

दूसरे राज्यों के पारंपरिक लोकनृत्यों और कोल्हापुर के स्वर निनाद संस्था के गायक वृंदों द्वारा राष्ट्रभक्ति गीतों का गायन 'जागो हिन्दुस्तानी' को भी प्रस्तुत किया गया। 'भारत की संस्कृति स्वतंत्रता संग्राम और आज की सामाजिक स्थिति' पर आधारित जागो हिन्दुस्तानी में गायकों ने हिन्दी फिल्मों के चुने हुए देशभक्ति गीतों से राष्ट्रप्रेम जगाने की कोशिश की। नृत्य, वाद्ययंत्र और गायन के साथ जागो हिन्दुस्तानी की प्रस्तुति शानदार रही।

आज की प्रस्तुति

अतिथि प्रस्तुतियां - शाम 5 से 7 बजे तक

कण-कण से छत्तीसगढ़ - रात 8 से 8.30 बजे तक

नाद छत्तीसगढ़ - रात 8.30 से 10 बजे तक

Posted By