सतना-मानिकपुर के बीच रेल विद्युतीकरण का ट्रॉयल सफल, 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ा इलेक्ट्रिक इंजन

हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग पर चलने वाली ट्रेनें सतना से मानिकपुर के बीच करीब 150 किमी. की दूरी तय कर सकेंगी

<p>electrification trials successful</p>
सतना. सतना-मानिकपुर रेल विद्युतीकरण के मामले में बुधवार का दिन खास रहा। सतना से मानिकपुर के बीच इलेक्ट्रिक इंजन के माध्यम से रेल विद्युतीकरण का ट्रॉयल किया गया, जो सफल रहा। इसको लेकर रेलवे ने पहले से तैयारी कर ली थी।
आरआई डिपार्टमेंट को भी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए थे। बुधवार को जबलपुर मंडल से डिप्टी सीई प्रदीप गुप्ता, एसएसई विवेक गुप्ता व एई डीके झा सतना पहुंचे। सुबह 10.30 बजे इलेक्टिक इंजन के माध्यम से ट्रॉयल शुरू किया गया। इंजन को सतना से मानिकपुर के बीच 50 किमी. प्रति घंटे की गति से दौड़ाया गया। उसने करीब ७७ किमी की दूरी को दो घंटे में पूरा किया।
सवा घंटे में पूरी हुई
इस दौरान बीच-बीच में इंजन की गति धीमी की गई और रोका भी गया। उसके बाद वापसी में अपराह्न 3.15 बजे सतना के लिए इंजन को दौड़ाया गया। इस दौरान गति 60-62 किमी रखी गई। वापसी में ये दूरी मात्र सवा घंटे में पूरी हुई, इंजन 4.30 बजे सतना स्टेशन पर आ चुका था।
बड़ी उपलब्धि
रेल विद्युतीकरण को लेकर सतना के लिए बड़ी उपलब्धि है। अगर, सब कुछ सही रहा तो सतना से जल्द ही पैसेंजर व मालगाड़ी ट्रेनों को इलेक्ट्रिक इंजन के माध्यम से चलाया जाएगा। हालांकि अभी कई चरणों की औपचारिकता बाकी है। जिसे पूरा करने के बाद कदम को आगे बढ़ाया जाएगा।
पहले भी हुआ था ट्रॉयल
इससे पहले भी रेल विद्युतीकरण का ट्रॉयल हुआ था और सफल था। लेकिन, उस समय इंजन को सगमा से मानिकपुर तक दौड़ाया गया था। इस बार सतना से मानिकपुर तक का ट्रॉयल हुआ है। इसका आशय है कि सतना-मानिकपुर तक शत-प्रतिशत ट्रैक का विद्युतीकरण हो गया है।
सतना-कटनी शेष
पूरा प्रोजेक्ट इटारसी से लेकर इलाहाबाद तक रेल विद्युतीकरण का था। इसमें इटारसी-कटनी, मानिकपुर- इलाहाबाद व सतना-इलाहाबाद का काम पूरा हो चुका है। सतना-कटनी का काम शेष है। जबकि सतना-रीवा का काम चल रहा है।
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