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विवेक की मौत मामले में आरोपी कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने दी सफाई, पत्नी ने कही यह बात

लखनऊ में शुक्रवार रात मल्टिनैशनल कंपनी ऐपल में कार्यरत विवेक तिवारी की गोली लगने से मौत के मामले में आरोपी कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने सफाई दी है। कॉन्स्टेबल का कहना है, 'मैंने उसे (विवेक तिवारी) गोली नहीं मारी। गोली गलती से चल गई। उसने मुझे अपनी कार से टक्कर मारी और मेरी हत्या के इरादे से मुझ पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। मेरी यह मांग है कि इस मामले में एफआईआर पंजीकृत की जाए।'

एएनआई | 29 Sep 2018, 7:57 pm
नवभारतटाइम्स.कॉम Vivek-Tiwari
लखनऊ
लखनऊ में शुक्रवार रात मल्टिनैशनल कंपनी ऐपल में कार्यरत विवेक तिवारी की गोली लगने से मौत के मामले में आरोपी कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने सफाई दी है। कॉन्स्टेबल का कहना है, 'मैंने उसे (विवेक तिवारी) गोली नहीं मारी। गोली गलती से चल गई। उसने मुझे अपनी कार से टक्कर मारी और मेरी हत्या के इरादे से मुझ पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। मेरी यह मांग है कि इस मामले में एफआईआर पंजीकृत की जाए।'

आरोपी कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी का कहना है, 'ऐसा बताया जा रहा है कि सीएम योगी ने कहा है कि हमारा केस पंजीकृत न किया जाए। क्या हमारी जिंदगी की कोई कीमत नहीं है?' कॉन्स्टेबल की पत्नी ने कहा, 'लगभग 12 घंटे से ज्यादा बीत चुके हैं लेकिन कोई एफआईआर नहीं दर्ज की गई।'

पढ़ें: विवेक की मौत: केंद्र तक पहुंचा मामला, ऐक्शन में सीएम योगी, SIT करेगी जांच


बता दें कि लखनऊ में शुक्रवार रात मल्टिनैशनल कंपनी ऐपल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल की पिस्टल से गोली लगने से हुई मौत का मामला अब केंद्र तक पहुंच चुका है। इस पूरी घटना के बाद केंद्रीय गृहमंत्री और लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी डीजीपी ओपी सिंह से बातचीत की है। उधर यूपी सरकार ने इस मामले में एसआईटी जांच के आदेश दे दिए हैं।

पढ़ें: विवेक मर्डर केस: योगी के मंत्री धर्मपाल सिंह बोले- गोली उन्हीं को लग रही है, जो वास्तव में अपराधी हैं

योगी सरकार के मंत्री आशुतोष टंडन मृतक विवेक के परिजनों से मिलने उनके आवास पहुंचे, जहां से वापस आते वक्त उनके साथ नाराज लोगों ने धक्कामुक्की की। आशुतोष टंडन ने बताया कि हत्या के मामले में एसआईटी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। हत्या के इस मामले में यूपी सरकार में मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा, 'इस मामले में फिर से एफआईआर दर्ज के आदेश जारी कर दिए गए हैं। गोमती नगर पुलिस मामले की जांच नहीं करेगी, कोई अन्य थाना वारदात की जांच करेगा। डीएम लखनऊ ने मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं। मैंने एसआईटी के गठन का आदेश दिया है। यह एक अपराध है। वारदात में शामिल पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर निष्कासित कर दिया गया है।'

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