नरकटियागंज-दरभंगा के बीच रेल लाइन के दोहरीकरण का काम जल्द

नेपाल के तराई क्षेत्र से गुजरने वाले भारतीय रेलखंड के दोहरीकरण की मंजूरी के बाद इसका निरीक्षण कार्य भी पूरा हो चुका है। अब अभियंताओं की टीम यह तय करेगी की पहली रेललाइन से कितनी दूरी पर दूसरी लाइन बिठाई जाए कहां-कैसे रेललाइन की गोलाई तय की जाए कहां पर सीधी लाइन होगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Oct 2020 12:02 AM (IST) Updated:Fri, 02 Oct 2020 12:02 AM (IST)
नरकटियागंज-दरभंगा के बीच रेल लाइन के दोहरीकरण का काम जल्द
नरकटियागंज-दरभंगा के बीच रेल लाइन के दोहरीकरण का काम जल्द

सीतामढ़ी । नेपाल के तराई क्षेत्र से गुजरने वाले भारतीय रेलखंड के दोहरीकरण की मंजूरी के बाद इसका निरीक्षण कार्य भी पूरा हो चुका है। अब अभियंताओं की टीम यह तय करेगी की पहली रेललाइन से कितनी दूरी पर दूसरी लाइन बिठाई जाए, कहां-कैसे रेललाइन की गोलाई तय की जाए, कहां पर सीधी लाइन होगी। यह कार्य पूरा होते ही उसका विस्तृत प्राक्कलन बनाकर स्वीकृत कराया जाएगा। इसी के साथ दोहरीकरण का काम तेज हो जाएगा। स्पेशल ट्रेन से मुख्य प्रशासनिक अधीक्षक ब्रजेश कुमार के साथ चीफ इंजीनियर एके राय ने प्रथम फेज में रक्सौल-दरभंगा वाया रक्सौल-सीतामढ़ी दोहरीकरण को लेकर रेलखंड का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर बताया कि बहुत जल्द नरकटियागंज से दरभंगा के बीच रेल दोहरीकरण का काम पूरा किया जाएगा। ------------------------- टेंडर का काम बीते दिनों पूरा हो चुका दोहरीकरण में तकरीबन 301 पुल और पुलिया, 176 समपार फाटक होंगे, जिसमे बड़े पुलो की संख्या 100 तो 201 छोटी पुलिया होंगी। सर्वे के काम में दो माह का समय लग सकता है। बताते चलें कि भारत सरकार ने 2019-20 के बजट सत्र में इस रेलखंड पर दोहरीकरण की मंजूरी दी थी। 5 जुलाई, 2019 को नरकटियागंज से दरभंगा वाया सीतामढ़ी व सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर वाया रुन्नीसैदपुर 255.5 किलोमीटर रेलखंड निर्माण के फाइनल लोकेशन सर्वे की मंजूरी को लेकर कागजी प्रक्रिया आगे बढ़ाई गई थी। जिसके टेंडर का काम बीते दिनों पूरा किया गया। दोहरीकरण पूरा होने के साथ ट्रेनों की लेटलतीफी से लोगों को छुटकारा मिलेगा। ससमय यात्री अपने गंतव्य को पहुंच सकेंगे।

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