विशाखापत्तनम जिले में बुधवार तड़के आंध्र प्रदेश पुलिस की एलीट ग्रेहाउंड्स के साथ कथित मुठभेड़ में प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के छह सदस्य मारे गए। डीजीपी कार्यालय से यहां जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, मारे गए माओवादियों में एक वरिष्ठ नेता और एक महिला सदस्य शामिल हैं।

विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘सुबह माम्पा पुलिस थाने के तहत आने वाले तीगलमिट्टा जंगल क्षेत्र में भाकपा (माओवादी) और राज्य के नक्सल रोधी बल ग्रेहाउंड्स के बीच मुठभेड़ हुई। प्राथमिक सूचना के अनुसार छह शव बरामद किए गए हैं।’’ घटनास्थल से एक एके-47, एक एसएलआर, एक कार्बाइन, तीन .303 राइफल और एक तमंचा बरामद किया गया। इलाके में तलाश अभियान चलाया जा रहा है।

खबरों के अनुसार पुलिस को पुट्टापाका इलाके में माओवादियों की गतिविधियों के बार में जानकारी मिली थी। जिसके बाद नक्सल विरोधी बल, ग्रेहाउंड और विशेष दलों के लोग जो इलाके में तलाशी अभियान चला रहे थे। उन पर माओवादियों की तरफ से गोलियां चलाई गयी। जवाबी कार्रवायी करते हुए सुरक्षा बलों ने 6 माओवादियों को मार गिराया।

मीडिया खबरों के अनुसार ये सभी माओवादी पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA) के सदस्य थे। जो इस इलाके में घूम रहे थे। इस संगठन के ज्यादातर सदस्य छत्तीसगढ़ से संबंधित हैं। बताते चलें कि इसी साल अप्रैल में छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच हुए एनकाउंटर में कई जवान मारे गए थे।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए हमले के बाद एक कोबरा जवान को नक्सलियों ने बंधक भी बना लिया था। अपहृत कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मनहास को बाद में नक्सलियों ने छोड़ दिया था। नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के दौरान उनका अपहरण कर लिया गया था। उस मुठभेड़  के बाद नक्सलियों ने माना था कि सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में उनके चार साथियों की जान गई थी। जवान को रिहा करवाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार को काफी मेहनत करनी पड़ी थी।