I.N.D.I.A Meet: 'पहले जीत कर आएं, तब तय करेंगे कौन होगा पीएम', CM ममता के प्रस्ताव पर खरगे का सुझाव
I.N.D.I.A Meet गठबंधन की साझा रैलियां और विरोध प्रदर्शनों का देशव्यापी आगाज करने पर भी सहमति बनी। पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में तीन महीने बाद हुई आइएनडीआइए की 28 पार्टियों की बैठक में मल्लिकार्जुन खरगे की पीएम पद की उम्मीदवारी का नाम आना पार्टी के लिए भी हैरान करने वाला रहा है। देखना है कि और किन नामों पर सहमति बन सकती है।
संजय मिश्र, नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 2024 में विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में उभरते हुए दिखाई दे रहे हैं। आइएनडीआइए की चौथी बैठक में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने देश के पहले दलित प्रधानमंत्री के तौर पर खरगे की उम्मीदवारी का सुझाव रखा तो दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने इसका समर्थन किया।
हालांकि खरगे ने सबसे पहले चुनाव में गठबंधन की जीत के लिए काम करने और प्रधानमंत्री उम्मीदवार का फैसला नतीजों के बाद करने की बात कह साफ कर दिया कि आइएनडीआइए सामूहिक नेतृत्व में ही लोकसभा का चुनाव लड़ेगा। बैठक में गठबंधन के दलों के बीच सीट बंटवारे का फैसला जल्द कर दिसंबर के आखिर तक इसे सिरे चढ़ाने की समयसीमा निर्धारित करते हुए तय किया गया कि चुनावी तालमेल राज्यों के स्तर पर ही होगा।
मल्लिकार्जुन खरगे का नाम हैरान कर देने वाला रहा
गठबंधन की साझा रैलियां और विरोध प्रदर्शनों का देशव्यापी आगाज करने पर भी सहमति बनी। पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में तीन महीने बाद हुई आइएनडीआइए की 28 पार्टियों की बैठक में मल्लिकार्जुन खरगे की पीएम पद की उम्मीदवारी का नाम आना पार्टी के लिए भी हैरान करने वाला रहा। खासकर यह देखते हुए कि कांग्रेस से कई बार तीखी असहमति जताने से गुरेज नहीं करने वाली ममता बनर्जी ने उनके नाम को आगे बढ़ाया।
आइएनडीए का पीएम करें तय
बैठक में मौजूद विपक्षी खेमे के नेताओं वाइको, पीसी थामस आदि ने बताया कि सबसे आखिर में बोलीं ममता ने कहा कि गठबंधन के लिए अच्छा होगा कि हम सब मिलकर देश का पहला दलित प्रधानमंत्री बनाएं। केजरीवाल ने दीदी के इस प्रस्ताव पर सहमति जताई। इस पर खरगे ने कहा कि वे दलितों के कल्याण-उत्थान के लिए काम करते रहे हैं मगर पीएम उम्मीदवार तय करने से पहले ज्यादा जरूरी है कि आइएनडीआइए के दल मिलकर चुनाव में जीत हासिल करें और फिर पीएम तय करें।
आइएनडीआइए के शीर्षस्थ नेता करेंगे हस्तक्षेप
बैठक के बाद ममता की ओर से पीएम पद की उम्मीदवारी के लिए उनका नाम आगे करने के पत्रकारों के सवाल पर खरगे ने कहा कि पहले सभी लोग जीत कर आएं और जीतने के बाद लोकतांत्रिक प्रक्रिया से हम इसका फैसला करेंगे। जब सांसद होंगे तभी तो पीएम पद की बात होगी अन्यथा इसकी बात करने का क्या फायदा? थामस ने कहा कि किसी ने पीएम उम्मीदवारी पर कोई टीका-टिप्पणी नहीं की। घटक दलों के बीच सीट बंटवारे का फैसला राज्यवार करने पर बनी सहमति की चर्चा करते हुए खरगे ने कहा कि जहां दिक्कत होगी, वहां आइएनडीआइए के शीर्षस्थ नेता हस्तक्षेप करेंगे।
31 दिंसबर तक अंतिम रूप देने की कही बात
उन्होंने दिल्ली, पंजाब समेत कुछ राज्यों में गठबंधन के मसले की चर्चा भी की और कहा कि राज्य इकाइयों से चर्चा कर इसे सुलझा लिया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि बैठक में केजरीवाल ने सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी के बड़े दिल दिखाने की जरूरत बताते हुए कहा कि उसे गठबंधन का नेतृत्व जरूर करना चाहिए मगर छोटी पार्टियों के हितों को भी देखना होगा।
ममता ने कांग्रेस को सीट बंटवारे को 31 दिसंबर तक अंतिम रूप देने की बात कही। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने डेडलाइन जैसी बात को टाल दिया मगर यह जरूर कहा कि बहुत जल्द सीट बंटवारे की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और इसी हफ्ते कुछ राज्यों में बातचीत आगे बढ़ेगी। विपक्षी गठबंधन के साझा राजनीतिक कार्यक्रम नहीं होने से जनता के बीच एकजुटता का पुख्ता संदेश नहीं जा रहा है। इसे दूर करने के लिए ही आने वाले दिनों में आठ-दस रैलियों पर सहमति बनी, ताकि आइएनडीआइए के शीर्ष नेता एक मंच पर आकर एकजुट मजबूत लड़ाई का संदेश दे सकें।
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