बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान हामून:ओडिशा-पश्चिम बंगाल में कुछ जगह बारिश, कोस्टल एरिया से लोगों को हटाने का आदेश

भुवनेश्वर/कोलकाता7 महीने पहले
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हामून तूफान बंगाल की खाड़ी से उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ रहा है। यह बांग्लादेश की ओर जाएगा। - Dainik Bhaskar
हामून तूफान बंगाल की खाड़ी से उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ रहा है। यह बांग्लादेश की ओर जाएगा।

बंगाल की खाड़ी में बना डिप्रेशन (गहरा दबाव का क्षेत्र) सोमवार शाम चक्रवात में बदल गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि इस चक्रवात का भारत पर कोई बड़ा असर नहीं होगा। हालांकि ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में चक्रवात के असर से बारिश होगी और तेज हवाएं चलेंगी।

इस चक्रवाती तूफान को हामून नाम दिया गया है। ये नाम ईरान ने रखा है। तूफान हामून 14 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है।

पिछले 24 घंटों में ओडिशा में लगभग 15 मिमी बारिश हुई। मौसम कार्यालय ने कहा कि मंगलवार को तटीय इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। मंगलवार सुबह 8.30 बजे तक भद्रक, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश (7-11 सेंटीमीटर) हो सकती है।

यह तस्वीर IMD ने शेयर की है। बंगाल की खाड़ी में डीप डिप्रेशन चक्रवात में बदल गया है।
यह तस्वीर IMD ने शेयर की है। बंगाल की खाड़ी में डीप डिप्रेशन चक्रवात में बदल गया है।

शाम 5.30 बजे हामून ओडिशा के पारादीप से लगभग 230 किलोमीटर और पश्चिम बंगाल में दीघा से 360 किलोमीटर दक्षिण में था। हालांकि चक्रवात के खतरे को देखते हुए कोस्टल एरिया से लोगों को हटाने का आदेश दिया है।

मौसम विभाग ने कहा कि क्योंझर, मयूरभंज और ढेंकनाल के अलावा उत्तरी और दक्षिणी तटीय जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होगी। मछुआरों को गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।

इस बीच, ओडिशा सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है और प्रशासन को भारी बारिश की स्थिति में निचले इलाकों से लोगों को निकालने का निर्देश दिया है।

पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों पर असर
वहीं मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर, कोलकाता और दक्षिण 24 परगना जिलों के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने और मध्यम बारिश के साथ तूफान की भविष्यवाणी की है।
भारत से टकराने की आशंका नहीं
सोमवार शाम 5: 30 बजे तूफान हामून बांग्लादेश के खेपुपारा से 510 किलोमीटर दक्षिण में स्थित था। IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा की गति धीरे-धीरे बढ़ेगी। हवा की गति मंगलवार सुबह तक 80-90 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी।

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उत्तर और उत्तरपूर्व की ओर बढ़ा, बांग्लादेश तट तक जाएगा
IMD के मुताबिक चक्रवाती तूफान धीरे-धीरे उत्तर और उत्तरपूर्व की ओर बढ़ रहा है। तूफान हामून के 25 अक्टूबर की शाम खेपुपारा और चटगांव के बीच बांग्लादेश तट से टकराने की आशंका है।

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21 अक्टूबर: अरब सागर में आया तेज तूफान, ओमान की ओर बढ़ा

हामून चक्रवात से पहले अरब सागर में तेज नाम का तूफान उठा था। पहले इसके भारत की तरफ आने की संभावना थी। बाद में IMD ने बताया कि चक्रवाती तूफान का गुजरात के तटीय इलाकों से टकराने का खतरा टल गया है।

यह तूफान गुजरात से 1600 किमी दूर ओमान और यमन की तरफ बढ़ गया है। हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवातों के नामकरण के लिए अपनाए गए एक फॉर्मूले के अनुसार इस तूफान का नाम 'तेज' रखा गया है।

IMD के मुताबिक, तेज तूफान 25 अक्टूबर की सुबह अल गैदाह (यमन) और सलालाह (ओमान) से होकर यमन-ओमान के तटीय इलाकों को पार करेगा। हालांकि, निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर ने यमन-ओमान में चक्रवाती तूफान तेज के कमजोर पड़ने की संभावना जाहिर की है। पढ़ें पूरी खबर...

13 जून : अरब सागर से उठे तूफान बिपरजॉय ने गुजरात, महाराष्ट्र में मचाई तबाही

13 जून को अरब सागर से उठे बिपरजॉय तूफान ने भारत में काफी तबाही मचाई थी। 15 जून की शाम को तूफान गुजरात के कच्छ जिले के जखौ पोर्ट से टकराया। इस दौरान 150 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इसके चलते गुजरात और मुंबई के तटीय इलाकों में भारी बारिश हुई। गुजरात में 9 लोगों की मौत हो गई थी। 940 से ज्यादा गांवों की बिजली गुल हो गई। वहीं, बाढ़ और रास्ते बंद होने से 4600 ग्रामीण इलाकों का संपर्क टूट गया था। पढ़ें पूरी खबर...

7 मई : बंगाल की खाड़ी में आए मोका तूफान से म्यांमार में 3 की मौत

​​​​​​7 मई को बंगाल की खाड़ी में मोका तूफान आया था। पहले यह इंडियन कोस्टल एरिया की तरफ बढ़ रहा था। बाद में यह म्यांमार के तट से टकराया। लगभग 200 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही हवाओं और तेज बारिश की वजह से कई घरों की छतें उड़ गईं और मोबाइल टावर गिर गए। इस तूफान का असर बांग्लादेश पर भी हुआ था। पढ़ें पूरी खबर...

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