गिरमिटिया मजदूरों के पलायन का दर्द दिखाएंगे शाहरुख, अगली फिल्म हो सकती है 'जहाजी'

4 वर्ष पहले
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शाहरुख खान (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar
शाहरुख खान (फाइल फोटो)

अमित कर्ण, मुंबई. शाहरुख खान की अगली फिल्म को लेकर दैनिक भास्कर को एक्सक्लूसिव जानकारी हाथ लगी है। ट्रेड पंडितों के गलियारों में तो उन्हें लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं। कोई कह रहा है कि वे राजकुमार हिरानी की सोशल सटायर करने वाले हैं तो किसी का कहना है कि अली अब्बास जफर की एक्शन। मगर शाहरुख खान की कंपनी के उच्च पदस्थ सूत्रों से अलग जानकारी हाथ लगी है। रेड चिलीज के स्टोरी डेवलपमेंट से जुड़े लोगों ने बताया कि शाहरुख को 'जहाजी' नाम की कहानी बेहद पसंद आई है।


'जहाजी' की कहानी दुनिया के सबसे बड़े पलायन पर आधारित होगी। जिसमें बताया जाएगा कि साल 1800 में अंग्रेज किस तरह अविभाजित भारत से हजारों की तादाद में मेहनतकश मजदूरों को एशिया, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया लेकर गए थे। बाद में उन्हीं मजदूरों को गिरमिटिया मजदूर कहा जाने लगा। शाहरुख को ये कहानी लार्जर दैन लाइफ लगी।

इसलिए रखा गया 'जहाजी' टाइटल

इन गिरमिटिया मजदूरों को पानी के जहाजों में भरकर भारत से बाहर भेजा जाता था और उनका सफर तीन से चार महीनों का हुआ करता था। इसी वजह से इस फिल्म का टाइटल 'जहाजी' तय किया गया है। आज की तारीख में उन मजदूरों के वंशजों ने वेस्टइंडीज, मॉरिशस, ऑस्ट्रेलिया और बाकी कई मुल्कों में अपनी अलग साख कायम की है। वेस्टइंडीज के क्रिकेटर शिवनारायण चंद्रपॉल और डेरेन गंगा उन मजदूरों के वंशज हैं। फिल्म में उनके उदाहरणों से भी कहानी कही जाएगी।

शाहरुख को इसलिए पसंद आई कहानी


एकसाथ कई अच्छे एंगल होने की वजह से शाहरुख को ये कहानी बेहद पसंद आई है। इसमें 220 साल पुराने ऐसे हिंदुस्तान के बारे में बताया गया है जिसमें पलायन की वजह से लाखों लोगों की जिंदगी प्रभावित हुई थी। वहीं अंग्रेजों की चालाकी का प्लॉट भी इसमें है। जिन्होंने तब के गरीबी, लाचारी, बेरोजगारी और भुखमरी से त्रस्त भारतीयों को एग्रीमेंट पर काम दिलवाले के बहाने अपने देश से दूर अनजान देशों में भेज दिया था। जहां उनका कोई अपना नहीं होता था और एग्रीमेंट के चक्कर में वे वापस भी नहीं आ पाते थे।

कहानी में इमोशनल ड्रामा भी


शाहरुख को गिरमिटया वंशजों का एक और पहलू पसंद आया, जो देशप्रेम से जुड़ा हुआ है। वो ये कि छह पीढ़ी गुजरने के बाद भी गिरमिटया अपनी अपने आप को भारतीय मानते हैं। कहानी में शामिल इतने इमोशनल एंगल्स को देखते हुए ही शाहरुख ने पलायन की इस दर्दभरी और प्रेरक कहानी को पसंद किया है और फिलहाल वे अपनी टीम से स्टोरी को डेवलप करा रहे हैं साथ ही इसके लिए डायरेक्टर की तलाश भी जारी है। 


 

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