पश्चिम बंगाल के धैर्य और शिष्टाचार को उसकी कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए. बोहिरागोटो जोमिदारों यानी बाहरी लोगों को 10 मार्च को इसकी याद दिलानी चाहिए. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने फेसबुक पोस्ट पर यह लिखते हुए लोगों से 10 मार्च को ब्रिगेड में सार्वजनिक बैठक में आने और शामिल होने का आग्रह किया. इस पोस्ट के जरिये ममता बनर्जी ने बंगाल की अस्मिता का मुद्दा उठाया.
बताते चलें कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी 10 मार्च को कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में रैली करने जा रही हैं. माना जा रहा है कि इस दौरान वह लोकसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी के सभी 42 उम्मीदवारों के नामों की एक साथ घोषणा कर सकती हैं. ब्रिगेड परेड ग्राउंड में मेगा रैली के साथ वह लोकसभा चुनाव के लिए अपने अभियान की शुरुआत करेंगी. संदेशखाली में हिंदू महिलाओं के साथ हुई दुष्कर्म की घटना सामने आने के बाद हो रहे विवाद के बीच यह रैली होने जा रही है.
सोशल मीडिया में लिखी पोस्ट में ममता बनर्जी ने लिखा- बंगाल मनरेगा के पैसे से वंचित है. वे बंगाल की अलग छवि बना रहे थे. बंगाल को सांस्कृतिक राजधानी कहा जाता है. बंगाल में इस तरह की चीजें नहीं होती हैं. बंगाल सभी धर्मों का सम्मान करता है. धर्म अलग है, लेकिन त्योहार सभी के लिए हैं. मैं इसे बर्दाश्त नहीं करूंगी.
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बंगाल का अपमान हुआ है- ममता
वे बंगाल को बांटना चाहते हैं. वे बंगाल को खत्म करने की योजना बना रहे थे. बंगाल का अपमान हुआ है. मैं सभी से 10 मार्च को ब्रिगेड में आने के लिए कहूंगी. मैं लोगों से भी अपील करूंगी कि आइए एनआरसी के खिलाफ लड़ें. आइए, आधार कार्ड रद्द करने के खिलाफ लड़ें.
बिना लड़े, हम हारने वाले नहीं
हम अंत तक लड़ेंगे. बिना लड़े, हम हारने वाले नहीं हैं. हम लड़ेंगे, हम जीतेंगे. कुछ लोगों ने शांति और एकता को तोड़ दिया है. हमें इसे रोकने की जरूरत है. हम इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे. हम उस पार्टी के खिलाफ खड़े होंगे जो लोगों को लूट रही है. जो लोग दलितों को धमकी दे रहे थे.
पीएम मोदी पर किया हमला
पीएम मोदी के दौरे के बाद ममता बनर्जी की टिप्पणी करते हुए कहा कि वे यहां केवल चुनाव के दौरान आते हैं. चुनाव के बाद हम उनका चेहरा नहीं देखते. चुनाव के बाद वे भाग गए.