प्रकृति का मनमोहक दृश्य और बैठने की व्यवस्था है, वही लोग आएं जिन्हें मुझ संग बात करने को जी तरसता है। खाली बैठने का और गप्पे हांकने का वक्त हमारे पास भी नहीं, फिर भी चले आइए क्या पता जीवन का गुलदस्ता कब बिखरता है। ✍️"हुड्डन"🙏 #जीवन_का_गुलदस्ता