West Bengal Election Dates 2024: पश्चिम बंगाल में 19 अप्रैल से 7 चरण में होंगे चुनाव, यहां देखें लोकसभा चुनाव 2024 का पूरा शेड्यूल
West Bengal Election 2024 Schedule: निर्वाचन आयोग (EC) ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 का शेड्यूल जारी कर दिया है। चुनाव आयोग की घोषणा के अनुसार, पश्चिम बंगाल में आम चुनाव 19 अप्रैल, 2024 से शुरू होकर सभी 7 चरणों में होंगे। पश्चिम बंगाल में कुल 42 लोकसभा सीटों के लिए मतदान होगा
Lok Sabha election 2024 Date: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव सभी 7 चरणों में होंगे
West Bengal Election 2024: निर्वाचन आयोग (EC) ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 का शेड्यूल जारी कर दिया है। चुनाव आयोग की घोषणा के अनुसार, पश्चिम बंगाल में आम चुनाव 19 अप्रैल, 2024 से शुरू होकर सभी 7 चरणों में होंगे। पश्चिम बंगाल में कुल 42 लोकसभा सीटों के लिए मतदान होगा। आदर्श आचार संहिता 16 मार्च की शाम से लागू हो गई है। यह 1 अप्रैल को वोटिंग समाप्त होने के बाद 4 जून को मतगणना की पूरी प्रक्रिया पूरी होने तक लागू रहेगी।
वोटों की गिनती पूरे देश में सामूहिक रूप से 1 जून 2024 को की जाएगी। लोकसभा चुनावों के दौरान सबसे महत्वपूर्ण राज्यों में से एक पश्चिम बंगाल हमेशा कट्टर राजनीति का केंद्र रहा है। भारत का पूर्वी राज्य उन राज्यों में से एक है जो राष्ट्रीय के बजाय अपने स्थानीय दलों के उम्मीदवारों को चुनना पसंद करते हैं।
1 जून: दम दम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर, कोलकाता दक्षिण, कोलकाता उत्तर
2019 में किसे कितनी सीटें मिली थीं?
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली TMC (तृणमूल कांग्रेस) 2019 के लोकसभा चुनावों में 22 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में दस्तक दी। हालांकि, 2014 के चुनावों के मुकाबले 12 सीटों की नाटकीय गिरावट देखी गई। 2014 में TMC 42 में से 34 सीटें जीती थी। जबकि 2014 में सिर्फ दो सीट जीतने वाली केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 2014 में सिर्फ दो की तुलना में 2019 में 23,028,343 (40.25%) वोटों के साथ 42 निर्वाचन क्षेत्रों में से 18 सीटों पर जीत दर्ज कर लंबी छलांग लगाई। जबकि कांग्रेस पार्टी 5.7 फीसदी वोट शेयर के साथ दो सीटों पर विजयी रही थी।
बंगाल की जातीय और सियासी समीकरण
पश्चिम बंगाल 42 लोकसभा सीटों के साथ देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है। यह सिर्फ उत्तर प्रदेश (80 सीटें) और महाराष्ट्र (48 सीट) से पीछे है। सभी सीटों पर आम तौर पर एक आम मुद्दे के बजाय अलग-अलग मुद्दों पर चुनाव लड़ा जाता है। विशेष रूप से पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 30 सीटों पर अनारक्षित सीटों के रूप में चुनाव लड़ा जाता है, जबकि 10 सीटें एससी उम्मीदवारों के लिए और दो सीटें एसटी उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं।
2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन के पूर्ण प्रभुत्व के बाद कांग्रेस, TMC, RJD, सपा और कई अन्य दलों ने I.N.D.I.A. ब्लॉक के एक बैनर के तहत आने का फैसला किया। हालांकि, नवगठित गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली TMC ने 2024 का आम चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है। वह सभी 42 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जिससे 2024 का पश्चिम बंगाल आम चुनाव NDA, I.N.D.I.A. और TMC के बीच त्रिकोणीय हो जाएगा।
किस पार्टी का पलड़ा भारी?
पश्चिम बंगाल का लोकसभा चुनाव एक बार फिर से चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि गठबंधन और विपक्ष के वर्तमान परिदृश्य नियमित अंतराल पर एक नया मोड़ ले रहे हैं, क्योंकि I.N.D.I.A. ब्लॉक का हिस्सा होने के बावजूद राज्य में सत्तारूढ़ TMC ने सभी 42 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। बीजेपी की सीटें इस बार बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि संदेशखाली मुद्दे पर ममता सरकार घिरी हुई है। दूसरी तरफ कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। पश्चिम बंगाल कांग्रेस नेता कौस्तव बागची ने हाल ही में पार्टी से अपना इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कथित तौर पर कहा कि कांग्रेस 'आत्म-विनाशकारी मोड' में है।