'तो दाऊद इब्राहिम भी चुनाव जीत जाएगा', ममता बनर्जी के महुआ मोइत्रा का समर्थन करने पर मच गया राजनीतिक बवाल
बीजेपी पर हमला बोलते हुए टीएमसी सुप्रीमो ने ये भी कहा, "उनकी योजना महुआ मोइत्रा को (लोकसभा से) हटाने की है। हालांकि, इससे महुआ को चुनाव से पहले और ज्यादा लोकप्रिय होने में मदद मिलेगी। वह जो अंदर (संसद) बोलती थीं, अब वो बाहर भी बोलेंगी।” पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की टिप्पणियों पर BJP नेताओं की ओर से भी कई पलटवार किए गए
ममता बनर्जी के महुआ मोइत्रा का समर्थन करने पर मच गया राजनीतिक बवाल
पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस सांसद (TMC) महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) से जुड़े मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा कि इन सभी कार्यवाहियों से मोइत्रा और ज्यादा फेमस हो जाएंगे। ममता के इस बयान के बाद 'पैसे लेकर सवाल पूछने' (Cash For Query) के मामले में एक नई बहस छिड़ गई। केंद्रीय एजेंसियों की तरफ से TMC के नेताओं की लगातार गिरफ्तारी पर भी पार्टी प्रमुख ने नाराजगी जताई और बीजेपी को 'जैसे को तैसा' की चेतावनी दे डाली। बनर्जी ने कहा कि अगर वे उनके चार लोगों को गिरफ्तार करते हैं, तो वह भी उनके आठ लोगों को गिरफ्तार करा लेंगी।
बीजेपी पर हमला बोलते हुए टीएमसी सुप्रीमो ने ये भी कहा, "उनकी योजना महुआ मोइत्रा को (लोकसभा से) हटाने की है। हालांकि, इससे महुआ को चुनाव से पहले और ज्यादा लोकप्रिय होने में मदद मिलेगी। वह जो अंदर (संसद) बोलती थीं, अब वो बाहर भी बोलेंगी।”
बंगाल की मुख्यमंत्री की टिप्पणियों पर BJP नेताओं की ओर से भी कई पलटवार किए गए। बीजेपी नेता और पार्टी के नेशनल IT सेल के संयोजक, अमित मालवीय ने अपने X हैंडल पर पोस्ट किया और कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने हमेशा अपनी पार्टी के अपराधियों और भ्रष्ट सदस्यों का बचाव किया है।
मालवीय ने आगे कहा, "इसके बाद वह बदले की भावना से उन्हें त्याग देती हैं। पार्थ चटर्जी, अनुब्रोतो मंडल, ज्योतिप्रिय मल्लिक, माणिक भट्टाचार्ता, जिबन कृष्ण साहा... लिस्ट बहुत लंबी है। ये सभी जेल में हैं। उनके भतीजे समेत कई दूसरे लोग या तो जमानत पर हैं या जांच के दायरे में हैं।"
'ममता बनर्जी हैं असुरक्षित'
BJP नेता ने कहा कि महुआ मोइत्रा को बनर्जी का समर्थन मिलना "कोई चौंकाने वाली बाती नहीं" है। मोइत्रा को प्रसिद्धि दिलाने वाले सवाल पर उनकी टिप्पणियां दिखाती हैं कि "एक नेता के रूप में ममता बनर्जी कितनी असुरक्षित हैं, क्योंकि उनकी राजनीतिक किस्मत गिरावट पर है।"
उन्होंने कहा कि बनर्जी के बिखरे हुए शासन का अंत "पश्चिम बंगाल के लिए सबसे अच्छी खबर है।"
मोइत्रा पर ममता के बयान पर चुटकी लेते हुए बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने कहा कि अगर हम 'ममता जी की थ्योरी' पर नजर डालें, तो अगर माफिया नेता दाऊद इब्राहिम उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से चुनाव लड़े, तो 99% वो चुनाव जीतेगा।"
दुबे ने अपने बयान में कहा, “अगर दाऊद इब्राहिम भी उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से चुनाव लड़ता है, तो मुझे लगता है कि 99% संभावना है कि वो चुनाव जीत जाएगा। इसलिए, अगर ममता जी का सिद्धांत सही है, तो इसका मतलब है कि दाऊद इब्राहिम देशद्रोही नहीं है।”
बीजेपी सांसद ने आगे कहा कि कैश फॉर क्वेरी विवाद एक बड़ी साजिश है, जिसमें मोइत्रा की साख का इस्तेमाल कई जगहों से लॉग इन करने के लिए किया जा रहा है।
ANI ने दुबे के हवाले से कहा, “उन्होंने (महुआ मोइत्रा) सिर्फ दर्शन हीरानंदानी को लॉगिन क्रेडेंशियल नहीं दिया। इसे कई जगहों- दिल्ली, बेंगलुरु, सैन फ्रांसिस्को से भी लॉग इन किया गया था। ये एक बड़ी साजिश है।”
उन्होंने 'INDI गठबंधन' पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनका "दाऊद इब्राहिम जैसे भ्रष्ट, देशद्रोही व्यक्तियों" को पसंद करने का इतिहास रहा है।
दुबे ने मोइत्रा के खिलाफ संसदीय विशेषाधिकार के उल्लंघन के गंभीर आरोपों के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक शिकायत सौंपी थी। साथ ही उन्हें संसद से तत्काल निलंबित करने की मांग करते हुए एक जांच समिति की मांग की थी।
बीजेपी सांसद ने मोइत्रा पर संसद में मोदी सरकार पर सवाल पूछने के लिए एक बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से "रिश्वत" लेने का आरोप लगाया। उन्होंने निचले सदन के अध्यक्ष से उनके खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एक "जांच समिति" बनाने का भी अनुरोध किया।